Friday 13 February 2015

औघड़ वाणी

                              ॐ सत नमो आदेश श्री नाथजी गुरूजी को आदेश आदेश आदेश 

अघोर भीख भी मांगते हैं गाली देकर ।
जो मिलेगा वो इष्ट का प्रसाद है जो नहीं मिलेगा वो इष्ट की इक्षा है । जब इष्ट साथ हैं तो किसी का कोई भय नहीं । शान से जियेंगे । ना किसी की चमचागिरी करेंगे ना ही करवाएंगे ।
मस्त मलंग हैं, माँ के संग है महादेव के संग है ।
किसी का अहसान नहीं लेंगे । जो लेंगे वो माँ का प्रसाद है । माँ का प्रसाद शिशु अधिकार से ग्रहण करता है ।
अलख आदेश ।।।

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