ॐ सत नमो आदेश श्री नाथजी गुरूजी को आदेश आदेश आदेश
औघड़ वाणी: हर व्यक्ति में देव मनुष्य एवं दानव तत्व विद्यमान रहते हैं ।
जब व्यक्ति ज्ञान की बात करे या अर्जित करे वह देव तत्व में रहता है । जब
सांसारिक कार्यकलापों में लीन होता है तब मनुष्य तत्व में और जब विध्वंश या
मलीन सोच से घिरा होता है तब वह दानव तत्व से पूर्ण होता है । अपने क्रिया
कलापों को किस दिशा में मोड़ना है यह एक साधक का कार्य होता है । किस तत्व
को सर्विपरी रख कर व्यवहार करना है इसका निर्धारण अति महत्वपूर्ण है । अगर
देव या संत ना बन सको तो दानव भी मत बनने का प्रयास करो ।
अलख आदेश ।।।
अलख आदेश ।।।
No comments:
Post a Comment