Tuesday 3 February 2015

अघोर समागम २०१५ - Aghor Samagam 2015



ॐ सत नमो आदेश श्रीनाथजी गुरूजी को आदेश आदेश आदेश


अघोर समागम 2015



गत वर्ष की भाँती इस वर्ष भी अघोर समागम का आयोजन किया जा रहा है । इस अद्भुत समागम का आयोजन महाकाल नगरी उज्जैन में किया जाएगा । इस महा सम्मलेन का आयोजन 16 , 17 और 18 अप्रैल को किया जाएगा ।
इस अद्भुत सम्मलेन में श्री गुरु आदेशनाथजी द्वारा अघोर पंथ, साधन, साधना एवं अघोर के बारे में समझाया जाएगा । इस समागम का मुख्य उद्देश्य अघोर के बारे में प्रचलित भ्रांतियों को दूर करना है।
ऐसे कई अघोर अनुयायी हैं जो उचित मार्ग दर्शन के बिना भटक रहे हैं ।
                            इस समागम में साधको की उत्कंठा एवं समस्या का भी समाधान किया जाएगा ।
गत वर्ष किये गए समागम के फल स्वरुप जुड़े हुए साधको एवं जान साधारण में अघोर के प्रति भय का समापन हुआ है । इसी आकांक्षा के साथ श्री गुरुदेव इस बार समागम का आयोजन कर रहे हैं जिससे सही अघोर क्या है इसका दर्शन जन साधारण के सामने प्रस्तुत हो सके ।

आदि काल से अघोर के गुप्त रहने के कारण अघोर साधक और साधना से भय का निर्माण हो गया है । अघोर एक स्वछन्द रूप की साधना है जिसमे लोभ, मोह, क्षोभ, द्वेष, घृणा का कोई स्थान नहीं है ।
अघोर साधना में बस प्रेम ही प्रेम है । शिशुत्व प्रेम अपनी माँ से अपने पिता से ।
अघोर प्रेम ऐसा है जिसमे साधक इष्ट मांगता नहीं इष्ट प्रेम से वशीभूत होकर अपने शिशु को सब कुछ प्रदान करते हैं ।

पर इस पंथ के गुप्त होने की वजह से भ्रांतियों का निर्माण हो गया है और साधक गण भी इस पंथ से भय करने लगे हैं । अघोर समागम के माध्यम से इस भय को दूर करना है और तथाकथित नामधारी बाबाओं के मकड़जाल रुपी पाश से साधारण जन को अवगत करना है ।

इस समागम का उद्देश्य शिष्य बनाना, साधना देना या अघोर में सबको सम्मिलित करने का कदापि  नहीं है । इस सम्मलेन के माध्यम से अघोर संतो से संपर्क और उनकी संगती संभव है । साधना या दीक्षा की आशा लेकर कदापि न आएं ।

जिन साधको को अघोर को बेहतर रूप से जानने की इक्षा है यह सम्मलेन बस उनके लिए है ।
समागम के त्रि दिवसीय सम्मलेन में साधको को उचित मार्गदर्शन देने का प्रावधान है ।

पिछले वर्ष किये गए समागम के माध्यम से साधको में उचित ज्ञान और अघोर दर्शन हुआ था ।
समागम के माध्यम से साधको में फैली उत्कंठा को दूर करने का प्रयास किया गया था जिसमे निम्नलिखित चर्चा हुई थी
अघोर पंथ क्या है ?
अघोरी कौन होते हैं ?
अघोरी श्मशान में क्यों रहते हैं ?
अघोर पंथ की साधनाएं क्यों कठिन है ?
अघोर पंथ के साधक एकांत वास क्यों करते हैं ?
अघोर पंथ में मुंड और खप्पड़ का कया महत्व है ?
अघोर में स्थान परिवेश एवं क्रिया कलापों का कया रहस्य है ?
अघोर पंथ की साधनाओं में किनकी प्रमुखता होती है?
अघोर पंथ के साधक जिद्दी एवं कठोर शब्दों का उपयोग क्यों करते हैं ?
अघोर पंथ में निशा साधना का क्या महत्त्व है ?
अघोरी के खान पान रहन सहन पर जो रहस्य है उसे सभी साधकों के समक्ष रखा गया था ।
 इस बार भी साधको में अघोर ज्ञान फैले इसकी कामना हम महाकाल प्रभु श्री आदि नाथ से करते हैं ।
अलख आदेश ।।।
http://aadeshnathji.com/aghor-samagam/aghor-samagam-2015

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